![मेरी शादी क्यों नहीं हो रही है
एक उपाय](https://sanaatanmandir.com/wp-content/uploads/2023/08/hand-4004297_1280-1024x682.jpg)
मेरी शादी क्यों नहीं हो रही है ? आजकल युवा वर्ग का ज्योतिषियों से पूछा जाने वाला यह आम सा सवाल है । मैं इस लेख में शादी में विलंब के कारण और उसके एक सरल उपाय के बारे में बताऊंगा ।
नमस्कार दोस्तो ! मैं पंडित योगेश वत्स आप सभी सनातनी हिन्दू भाई बहनों का अपने धर्म,अध्यात्म और ज्योतिष के ब्लॉग पर बहुत बहुत स्वागत करता हूँ ।
दोस्तो आज मैं एक सामान्य लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर एक लेख : मेरी शादी क्यों नहीं हो रही है: लेकर उपस्थित हुआ हूँ, इस विषय पर मैं पहले कुछ शादी में विलंब के सामान्य कारणों पर बात करूंगा, फिर शादी में विलंब के ज्योतिषीय कारण क्या होते हैं उन पर चर्चा करूंगा । अंत में एक बहुत ही सरल उपाय भी दूँगा । उपाय में कोई जादू टोना टोटका नहीं होगा रामायण का उपाय होगा । जो भी हमारे मेहमान शॉर्ट टर्म उपाय को सोच कर आए हैं वो चाहें तो लेख से विदा ले सकते हैं, जो उपाय के मामले में गंभीर हैं वो लेख पर अंत तक रुकें,लेख उनके लिए उपयोगी हो सकता है ।
दोस्तो आजकल Competition से भरे इस युग में जब युवा वर्ग अपनी शिक्षा और उसके बाद अपने रोजगार,व्यवसाय को लेकर इतने चिंतित और व्यस्त रहते हैं कि वो इस तरफ ध्यान ही नहीं दे पाते कि उन्हें अपना परिवार भी बसाना है । बच्चों के माता पिता भी उनके ऊपर शादी के लिए ज्यादा दबाव नहीं डाल पाते क्योंकि वो भी चाहते हैं कि पहले बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो जाये फिर शादी ब्याह का देखा जाएगा ।
जब तक बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो पाता है तब तक सामान्यतः 26 28 की उम्र हो जाती है उसके बाद जब शादी ब्याह के लिए माँ बाप वर या वधू की तलाश प्रारम्भ करते हैं तो मनवांछित वर या वधू नहीं मिल रही होती है और शादी में विलंब प्रारम्भ हो जाता है ।
आजकल प्रेम विवाह भी आम बात है, प्रेम विवाह में भी लड़के लड़कियों को पहले खुद एक दूसरे को समझने में समय लगता है जब वो खुद मानसिक रूप से तैयार हो पाते हैं फिर अपने अभिभावकों को समझाने में समय लगता है इस तरह सामान्य विलंब पहले ही हो चुका होता है फिर गृह दशाओं की बारी आती है ।
मेरी शादी क्यों नहीं हो रही है 5 मुख्य कारण :
- कुंडली में लगन और लग्नेश का कमजोर होना
- सप्तमेश का कमजोर या पाप प्रभाव में होना
- विवाह के कारक गुरु और शुक्र का कमजोर या पाप प्रभाव में होना
- सही दशाओं या अंतर्दशाओं का शादी की उम्र में सक्रिय न होना
- कुंडली में मांगलिक दोष होना
शादी नहीं हो रही तो क्या करें : करें ये सरल उपाय
इस विषय से संबन्धित मैंने दो लेख पहले लिखे थे पहला क्या जोड़ियाँ भगवान बनाते है इस लेख में मैंने विस्तार से बताया था कि किसी की भी शादी का पूर्व जन्म से कहीं ना कहीं कोई रिश्ता होता है, अगर आप ने वह लेख नहीं पढ़ा है तो एक बार जरूर पढ़ लें, तो शादी या शादी में हो रहे विलंब के बारे में एक रोशनी मिलेगी ।
किसी भी इंसान की जन्म,मृत्यु और विवाह पहले से निश्चित होते हैं कोई कब ?कहाँ ? और कैसे ? पैदा होगा या मरेगा वह निश्चित है वैसे ही विवाह भी निश्चित है कि कब ? कैसे ? और किस से होना है ? तो क्या फिर हमें चुपचाप बैठ के इंतिज़ार करना चाहिए ? मेरा जबाब होगा नहीं । आप को जो भी प्रयास जरूरी हों वह करने चाहिए । इस के बारे में एक पौराणिक उदाहरण देना चाहूँगा ….
जब माँ पार्वती का जन्म पर्वत राज हिमालय के यहाँ होता है तो नारद जी आते हैं और माँ पार्वती के भविष्य के बारे में बताते हैं वो संकेत देते हैं कि माँ पार्वती का विवाह भगवान शंकर से हो सकता है वही उनके लिए उचित वर हैं । इसी कथानक में आगे प्रसंग आया है कि पिछले जन्म में भी पार्वती शंकर जी को ब्याही थी । इसके बाद भी माँ पार्वती ने घर बैठ के इंतिज़ार नहीं किया हजारों साल की तपस्या की तब उन्होने अपने वर को पाया माँ पार्वती की कठोर तपस्या वाले लेख में मैंने इसे विस्तार से लिखा है जो पाठक पढ़ना चाहें वो यहाँ पढ़ सकते हैं माँ पार्वती की घोर तपस्या
इसलिए शादी में विलंब हो रहा हो उसके कारण कोई भी हो तो सिर्फ ईश्वर की शरण ही एक उपाय है ।
यहाँ मैं माँ गौरी की शरण में जाकर उनका आशीर्वाद लेने का उपाय बताऊंगा ।
उपाय :
आप को सोलह शुक्रवार तक माता रानी का व्रत रहना है याद रहे चाहे लड़का हो या लड़की दोनों को यह व्रत रहना है । शाम के समय अपने हाथ से दूध और चावल की खीर बनानी है उसी खीर का भोग माता रानी को लगाना है । उसके बाद भोग वाली खीर को पूरी खीर में मिला देना है । सबसे पहले उस खीर में से एक कटोरी खीर अपनी माता जी को खिलानी है अगर माँ ना हों तो किसी भी बुजुर्ग महिला को दें । उसके बाद बची हुई खीर से पूड़ी इत्यादि के साथ आप एक समय भोजन कर लें । नमक का प्रयोग न करें दिन में फलाहार करें जैसे नवरात्रि में करते हैं ।
सुबह के समय जो भी अपनी पूजा करते हैं वो करें शाम के समय गौरी माँ के सामने घी का दीपक जला कर नीचे दी गई स्तुति करनी है ।
मां पार्वती स्तुति ( Gauri Stuti ) : रामायण चौपाई छंद
![Gauri Stuti](https://sanaatanmandir.com/wp-content/uploads/2023/08/durga-maa-4775034_1280-1024x682.jpg)
जय जय गिरि वर राज किसोरी।
जय महेस मुख चंद चकोरी॥
जय गजबदन षडानन माता।
जगत जननि दामिनी दुति गाता॥
नहि तव आदि मध्य अवसाना ।
अमित प्रभाव वेद नहि जाना ॥
भव भव विभव पराभव कारिणि ।
विस्व बिहोमणि स्वबस बिहारनि ॥
सेवत तोहि सुलभ फल चारी ।
बरदायनी पुरारि पियारी ॥
देबि पूजि पद कमल तुम्हारे।
सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे॥..
मोर मनोरथ जानहु नीकें।
बसहु सदा उर पुर सबही के
कीन्हेऊं प्रगट न कारन तेहिं।
अस कहि चरन गहे बैदेहीं॥
सादर सियं प्रसादु सिर धरेऊ।
बोली गौरी हरषु हियं भरेऊ॥
सुनु सिय सत्य असीस हमारी।
पूजिहि मन कामना तुम्हारी॥
नारद बचन सदा सूचि साचा।
सो बरु मिलिहि जाहि. मनु राचा
मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सांवरो।
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो॥
एही भांती गौरी असीस सुनी सिय सहित हियं हरषीं अली।
तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि मुदित मन मंदिर चली॥
जान गौरी अनुकूल सिया हिय हरिषि ना जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे ॥
जो भी भक्त इस स्तुति को भावपूर्ण हो कर श्रद्धा से मां गौरी के सामने करता है वह शीघ्र मनवांछित जीवनसाथी को पा जाता है । क्योंकि यह स्तुति खुद माता सीता जी ने भगवान श्री राम को पाने के लिए की थी । इसलिए यह प्रमाणित और शास्त्र सम्मत स्तुति है ।
चलते चलते अपनी बात :
अगर लेख आप को पसंद आया हो तो लेख को लाइक करें अपने दोस्तों को परिवारी जनों को शेयर करें । अगर आप अपने धर्म अध्यात्म और ज्योतिष के लेखों से जुड़े रहना चाहते हैं तो पेज को Subscribe करें इसके लिए आप को लेफ्ट साइड में बने bell Icon को दबा कर Notification को allow कर देना है ।
![](https://sanaatanmandir.com/wp-content/uploads/2023/08/pooja-thali-300x300.jpg)
नया लेख :
![श्री राम विवाह चौपाई](https://sanaatanmandir.com/wp-content/uploads/2023/07/20240320_075849-300x30.jpg)
आपका लेख अच्छा है ,। पर मेरे मन में सवाल है, शुरू से सुनते आए है की “मांगलिक हो तो शादी लेट होती है “,ये कितना सच है ।क्या होता है मांगलिक होना।