देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर प्रभाव : Navigating Destiny 2024

इस साल देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन 1 मई 2024 को होने जा रहा है,यह राशि परिवर्तन अगले एक साल तक आपको प्रभावित करेगा। यह गृह गोचर आपके लिए शुभ होगा या अशुभ ? धनु राशि पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है,आपके लिए किन क्षेत्रों पर यह विशेष प्रभाव ले कर आ रहा है,इन सभी बातों पर लेख में विस्तार से बताने जा रहा हूँ ।

गुरु गोचर का यह लेख विस्तार से लिखा गया है क्योंकि धनु राशि के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है,क्यों है यह आपको आगे बताऊंगा अंत तक आप धैर्य के साथ पढ़ें मैंने कोशिश की है कि कोई बात छूटे नहीं आप को किसी Youtube Channel पर सिर्फ धनु राशि पर इतने विस्तार से नहीं बताया गया होगा और वेबसाइट पर तो है ही नहीं अंत में मैंने उपाय भी बताए हैं,यह गोचर एक साल तक रहेगा इसलिए ध्यान और धैर्य से पढ़िये

नमस्कार,राम राम !!!

मैं पंडित योगेश वत्स सभी सनातनी भाई बहनों का अपने ब्लॉग में स्वागत करता हूँ । जिन भी भाई बहनो को वैदिक ज्योतिष,धर्म अध्यात्म में रुचि है,जो नियमित इस विषय पर लेख पढ़ना चाहते हैं वो पेज के Subscription Bell को दबा कर Notification को Allow कर सकते हैं,जिससे उन्हें समय से सूचना मिलती रहे । नीचे दिये गए Telegram Channel के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं ।

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क्या होता है राशि परिवर्तन या गृह गोचर ?

इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड में नव गृह होते हैं जो लगातार अपनी अपनी गति से गतिमान रहते हैं और अपनी इस गतिशील अवस्था के दौरान वह किसी भी व्यक्ति की कुंडली की सभी 12 राशियों के ऊपर से होकर गुजरते हैं । किसी भी गृह का एक राशि से दूसरी राशि में जाना या स्थान परिवर्तन करना ही ज्योतिष की भाषा में गोचर कहलाता है ।

कोई भी गृह जब अपनी राशि या स्थान बदलता है तो उसके गोचर से सभी राशियों पर अलग अलग प्रभाव पड़ते हैं,यह प्रभाव किसी राशि के लिए शुभ हो सकते हैं किसी राशि के लिए अशुभ,यह सब गृह गोचर पर निर्भर करता है ।

आज इस लेख में हम देवगुरु वृहस्पति के स्थान परिवर्तन या गोचर पर बात करेंगे । देव गुरु ब्रहस्पति 1 मई 2024 को मीन राशि से निकलकर 12 साल बाद शुक्र देव की राशि वृषभ में अपना स्थान ग्रहण करने वाले हैं और यह इस साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन है ।

गुरुदेव अगले साल मई तक यहीं विराजमान रहेंगे इसलिए यह गोचर 2024 का सबसे महत्वपूर्ण गोचर है और इसका प्रभाव भी अगले साल तक रहने वाला है । देव गुरु 12 साल बाद असुरों के गुरु शुक्र देव के घर आ रहे हैं । दो गुरुओं का 12 साल बाद मिलना सभी राशियों के लिए विशेष होने जा रहा है ।

मैं एक एक राशि पर इस सबसे बड़े राशि परिवर्तन के प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा करूंगा और आज राशि चक्र के क्रम में नवीं राशि धनु पर देवगुरु वृहस्पति के गोचर प्रभाव का आंकलन करने जा रहा हूँ ।

गोचर प्रभाव को समझने से पहले देवगुरु ब्रहस्पति को समझना और उनके प्रभाव को समझना अति आवश्यक है तो संक्षेप में पहले इसको समझते हैं ।

देवगुरु बृहस्पति का प्रभाव :

बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना गया है इसी से समझा जा सकता है कि वो कितने योग्य,शुभकारी और पवित्र गृह हैं । जिन भी जातक जातिकाओं पर देवगुरु का शुभ प्रभाव होता है वह ज्ञानी और शुद्ध आचरण वाले होते हैं ।  उनकी  संतान भी उनका  कहना मानने वाली होती है । जिनकी कुंडली में गुरुदेव मजबूत स्थित में और बलवान होते हैं ऐसे व्यक्तियों को कुंडली के बाकी दोषों से काफी हद तक मुक्ति मिल जाती है तथा इन लोगों को कभी भी बहुत बुरी आर्थिक स्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता है ।

जिन जातक जातिकाओं की कुंडली में देवगुरु की स्थित कमजोर होती है उनका पूरा जीवन संघर्ष में बीत जाता है । पूरे जीवन धन की कमी से जूझना पड़ता है । चूंकि बृहस्पति शादी का भी कारक होता है इसलिए अगर कुंडली में देवगुरु की स्थित अच्छी नहीं है तो इन लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखद नहीं रहता है । इनके कमजोर बृहस्पति का प्रभाव इनकी संतान को भी भोगना पड़ता है ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर गुरु गोचर प्रभाव 2024

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन धनु राशि वाले जातक जातिकाओ के लिए इसलिए सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि देव गुरु बृहस्पति उनकी राशि के स्वामी हैं ।

आप खुद समझ सकते हैं कि आपकी राशि का स्वामी या आपका स्वामी जब घर बदल रहा है तो कितना महत्वपूर्ण है, वो जिस घर में जा रहा है वहाँ का वातावरण कैसा है,वो घर उसके मित्र का है या उसके शत्रु का ? ये सारे सवाल आप के राशि स्वामी को प्रभावित करेंगे जब वो गुरु को प्रभावित करेंगे तो आप भी प्रभावित होंगे ही ।

धनु राशि के स्वामी 1 मई को असुरों के गुरु शुक्र देव के घर में पहुँच चुके हैं,धनु राशि के छठे घर में अब देव गुरु बृहस्पति लगभग 1 साल तक रहेंगे । किसी भी कुंडली का छठा घर शुभ भाव में नहीं गिना जाता है इसी लिए मैंने धनु राशि के पिछले लेख में (जो मैंने काफी पहले लिखा था) ही कहा था कि अपने महत्वपूर्ण कार्य 1 मई तक निबटा लें उसके बाद का समय कुछ कठिन हो सकता है,इस लेख के अंत में उस लेख का लिंक दे दूँगा जिन भी लोगों को पढ़ना है वहाँ जा कर पढ़ सकते हैं ।

आज यह जानते हैं कि आप के किन किन क्षेत्रों पर यह गोचर विशेष प्रभाव डालने वाला है,एक बात और विशेष रूप से नोट कर लें जिन भी जातकों की गुरु की महादशा या अंतर्दशा चल रही है उन लोगों पर यह प्रभाव विशेष रूप से पड़ने वाला है ।

जिन लोगों के ऊपर गुरु की महादशा या अंतर्दशा चल रही है वो किसी योग्य ज्योतिष से अपनी कुंडली का विश्लेषण अवश्य करवा लें और जो वह उपाय बताए उसे एक साल तक अवश्य करें ।

समान्यतः लोग एक दो बार विशेष अवसरों पर ही कुंडली का विवेचन करवाते हैं जबकि उन्हें जब भी कोई समस्या हो तो कुंडली अवश्य दिखानी चाहिए और उन्हे समझना चाहिए कि उन्हे पीड़ा किस गृह के कारण मिल रही है । जब यह समझ आ जाता है तो समस्या का निदान आसानी से मिल जाता है । हम डाक्टर के पास तो समय समय पर जाते रहते हैं लेकिन पंडित या ज्योतिष के पास नहीं जाते,समय समय पर सभी को अपने ज्योतिष से भी सलाह लेनी चाहिए।

धनु और मीन राशि वाले लोगों के लिए यह देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन विशेष है इसलिए उन्हें सलाह अवश्य लेनी चाहिए,इसमें मेरा अपना कोई स्वार्थ नहीं है आप लोगों का ही हित है आप मुझसे नहीं किसी भी ज्योतिष से सलाह लें लेकिन सलाह अवश्य लें ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन और घर परिवार :

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन किस तरह से अच्छा हो सकता है वो पहले बताता हूँ, जो लोग भी नया घर या गाड़ी Finance करवा कर लेना चाहते हैं और काफी दिन से प्रयास कर रहे थे लेकिन उनका Loan नहीं हो पा रहा था उनको इस गोचर के बाद घर के लिए और गाड़ी के लिए Bank Loan मिल सकता है, और वह आने वाले साल में अपने नए घर में जा सकते हैं या नई गाड़ी खरीद सकते हैं ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन नकारात्मक प्रभाव उन लोगों को दे सकता है जिनकी कुंडली में गुरु पीड़ित अवस्था में है, ऐसे लोगों के घर परिवार में क्लेश बढ़ सकता है अगर कोई पारवारिक विवाद चल रहा है तो वह अदालत तक जा सकता है घर की सुख शांति छिन सकती है ।

जिन धनु राशि वालों की माताएँ बुजुर्ग हैं उनका स्वास्थ प्रभावित हो सकता है उनको कोई बीमारी घेर सकती है इसलिए उनके ऊपर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि प्रेम

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर प्रभाव

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन आपको प्रेम तो दिलवा सकता है लेकिन यह प्रेम स्थाई होगा इसमें संदेह है । इसलिए धनु राशि वाले इस गोचर के दौरान अगर प्रेम में पड़ते हैं तो उन्हे बहुत सोच विचार कर ही आगे बढ़ना चाहिए क्योंकि इस दौरान उनको जिस Perfect Partner की तलाश है उसको मिलने में संदेह है जो प्रेमी या प्रेमिका मिलेंगे वो आगे चलकर छलावा ही निकलेंगे इसलिए सावधानी जरूरी है ।

मेरे इतने समझाने के बाद भी वो प्रेम में पड़ेंगे अवश्य क्योंकि गुरु देव भोग,विलास के कारक गृह के घर जा रहे हैं इसलिए धनु राशि वाले जातक जातिकाओं को आकर्षण घेरेगा जिसके कारण वो आगे चलकर दुखी होंगे और उनकी बदनामी होने की पूरी संभावना है । यह भी ध्यान रखें जिनके भी अवैध संबंध चल रहे हैं उनके संबंध इस गोचर के दौरान खुल सकते हैं ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि वैवाहिक जीवन

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर प्रभाव

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन, वैवाहिक जीवन के लिए सुखद नहीं है,पति पत्नी में आपस में वैचारिक मतभेद बढ़ सकते हैं आपस में अनावश्यक गलतफहमिया पैदा हो सकती हैं जिसके कारण प्रेम और सौहार्द की कमी रहेगी ।

जिन लोगों के बीच पहले से संबंध अच्छे नहीं चल रहे हैं और कुंडली में भी गुरु पीड़ित अवस्था में है उनके विवाद कोर्ट तक जा सकते हैं,ऐसे लोगों को सलाह है वो एक साल तक किसी भी तरह से संबंध टूटने से बचाएं आपस में समझदारी दिखाएँ हो सके तो थोड़े समय के लिए अलग रहें एक साल बाद जब गुरु का अगला गोचर होगा तब संबंध सुधर जाएँगे और आप का रिश्ता वापिस जुड़ सकता है ।

इस गोचर के दौरान पति/पत्नी को बेफिजूल विवाद से बचना चाहिए ।

धनु राशि वाले जिन की शादी होने वाली है उनको अपनी कुंडली जरूर दिखानी चाहिए बिना कुंडली मिलाये शादी इस दौरान कष्ट दे सकती है । देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन  शादी में रुकावट भी दे सकता है ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धन संपत्ति पर प्रभाव

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर प्रभाव

देव गुरु धन संपत्ति के कारक भी हैं इसलिए धन संपत्ति के मामले में गुरु का गोचर बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है । धनु राशि वाले लोगों के लिए देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन बहुत शुभ नहीं रहने वाला है । आप लोग इस गोचर के दौरान धन के प्रति बहुत आकर्षित होंगे और अपना Bank Balance बढ़ाने के लिए हर तरह के प्रयास करेंगे वो प्रयास जायज भी हो सकते हैं और नाजायज भी हो सकते हैं लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद आपकी आमदनी से ज्यादा खर्चे होंगे ।

आप इस गोचर के दौरान साझीदारों के साथ विवाद में भी फंस सकते हैं इसलिए आपको बहुत समझदारी से अपने मसले हल करने होंगे । बाहरी लोगों के कारण आपके विवाद बढ़ सकते हैं इसलिए सिर्फ अपने दिमाग से काम करें बाहरी लोगों की सलाह से बचें आप अपने निर्णय स्वयं लें अगर जरूरी ना हो तो एक साल तक नई साझीदारी टालें या साझीदार की कुंडली अवश्य दिखाएँ तब साझेदारी करें ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि का करियर 2024

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन उन लोगों के लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है जो लोग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं । Competition Examination के लिए गुरु का यह गोचर आपको सफलता दिला सकता है क्योंकि आपको दोनों गुरुओं का आशीर्वाद मिल रहा है देव गुरु बृहस्पति का और राक्षसों के गुरु शुक्र देव का इसलिए इस साल अगर आप प्रयास करते हैं तो आप को येन केन प्रकारेण सफलता मिल सकती है । इसलिए छात्र लोगों को इस गोचर का लाभ उठाना चाहिए ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : आपका स्वास्थ

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : धनु राशि पर प्रभाव

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन आपके स्वास्थ के लिहाज से भी कमजोर है क्योंकि जब राशि का स्वामी छठे भाव में जाता है तो रोग देता है । छठे भाव को रोग भाव कहा जाता है,लग्नेश का रोग भाव में जाना अशुभ होता है । आपको अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना है जो लोग पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें समय से अपनी दवा लेनी है और समय समय पर डाक्टर को दिखाना है ।

देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन : निष्कर्ष

कुल मिलाकर देखा जायें तो यह देव गुरु बृहस्पति का राशि परिवर्तन धनु राशि वाले लोगों के लिए बहुत शुभ नहीं होने जा रहा है लेकिन जैसा कि पहले बताया जिन लोगों पर गुरु की महादशा या अंतर्दशा चल रही है उनके ऊपर इसका प्रभाव ज्यादा पड़ेगा,जिन लोगों की कुंडली में गुरु पीड़ित है उनको गुरु के उपाय अवश्य करने चाहिए । जिन्होने अपने गुरु बना रखे हैं उनको अपने गुरु का मार्गदर्शन समय समय पर लेते रहना चाहिए ।

धनु राशि के लिए गुरु के उपाय :

  • कभी भी जाने अंजाने में भी किसी पंडित,गुरु और ज्ञानी का अपमान ना करें ।
  • हमेशा पंडित को पुरोहित को दान दक्षिणा अपनी सामर्थ्य अनुसार देते रहें  ।
  • गुरु अगर पीड़ित है तो पीले वस्त्र या पुखराज धारण ना करें पीली वस्तुओं का दान करें ।
  • किसी शुभ महूर्त से गुरुवार का व्रत आरंभ कर विध विधान से पूजन अर्चन करें ।
  • प्रत्येक गुरुवार को पीली दाल मंदिर के पुजारी को दान करें ।
  • घर में अगर केले का पौधा है तो उसकी नियमित देखभाल करें और उस पर शाम को घी का दीपक जलाएं ।
  • प्रतिदिन सुबह पूजा के समय विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें ।

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