18 जनवरी शुक्र का धनु राशि में प्रवेश हो चुका है,शुक्र देव लगभग एक साल बाद 11 अन्य राशियों का भ्रमण करते हुए धनु राशि में आये हैं यह धनु राशि में 12 फरवरी तक रहेंगे । शुक्र देव का इस एक महीने में विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा यही इस लेख में बताऊंगा ।
सभी सनातनी हिन्दू भाई बहनो को पंडित योगेश वत्स का नमस्कार, राम राम !!!
राशियों पर गोचर प्रभाव बताने से पहले अपने बारे में एक बात स्पष्ट करना चाहूँगा कि मैं ना किसी राशि को खुश करने की कोशिश करता हूँ ना किसी को डराने का,मेरा काम सिर्फ गोचर के संकेत बताने का है आपकी राशि पर गोचर प्रभाव अच्छा भी हो सकता है और खराब भी,यह प्रभाव आपको कितना मिलेगा यह उस गृह की आप की जन्मकुंडली की स्थित पर भी निर्भर करता है ।
आइये जानते हैं किस राशि पर इस शुक्र गृह गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा । लेख अगर पसंद आए तो अपनी राय दें,लाइक करें,शेयर करें और पेज से जुड़े रहने के लिए पेज के नोटीफिकेशन को Allow करें । आप पेज के Telegram या whatsApp Chaneel से भी जुड़ सकते हैं ।
मेष राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
आपके लिए शुक्र देव धन भाव और जीवन साथी भाव के मालिक हैं इसलिए शुक्र के गोचर का मुख्य प्रभाव आपके धनागमन और जीवन साथी पर पड़ना स्वाभाविक है ।
शुक्र देव का गोचर आपकी कुंडली के नवें भाव में हो रहा है जिसका मतलब है आपको भाग्य से धन की प्राप्ति होगी,इस गोचर के दौरान आपके पिता आप को सहयोग करेंगे । अगर आप लंबी दूरी की यात्रा करते हैं तो शुक्र देव उसमें सफलता देंगे । आपकी यात्राएं धार्मिक स्थानों की भी हो सकती हैं और आप पर्यटन के लिए भी जा सकते हैं । कुल मिलाकर आपके लिए यह गोचर बहुत शुभ रहने वाला है ।
गुरु का आशीर्वाद लेना भाग्य को चमका सकता है ।
वृष राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
वृष राशि वालों के लिए शुक्र देव बहुत महत्वपूर्ण गृह है । शुक्र देव ही आपके मालिक हैं,धनु राशि में उनका गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता इसलिए यह गोचर होने से पहले ही मैंने विस्तार से लेख लिखा था अगर अभी तक आपने नहीं पढ़ा है तो उसे आप जरूर पढे लिंक यहीं पर मैं दे रहा हूँ ।
मिथुन राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र देव एक योगकारक गृह हैं क्योंकि यह आपके लिए पंचमेश बनते हैं,पंचम भाव बहुत ही शुभ भावों में गिना जाता है । आपके पंचमेश आपकी कुंडली की धनु राशि में गोचर करते हुए लगभग एक साल बाद पहुंचे हैं ।
इस गोचर के दौरान आपको विदेश से कोई साझेदारी, Partnership के प्रस्ताव मिल सकते हैं । आप साझेदारी के काम के लिए विदेश जा सकते हैं । दूर स्थान से आपके लिए शादी के प्रस्ताव भी आ सकते हैं ।
जो लोग प्रेम संबंध में थे उनकी शादी अपने प्रेमी/प्रीमिका के साथ होने के प्रबल योग हैं आप प्रयास करें आपको प्रयास में सफलता मिलेगी ।
जो लोग अपने बच्चों की शादी के लिए प्रयासरत थे उनको बच्चो की शादी के प्रयास में सफलता मिल सकती है,अपने प्रयास जारी रखें ।
कर्क राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
कर्क राशि वालों के लिए शुक्र देव चौथे भाव के मालिक बन कर सुखेश और 11वें भाव के मालिक बन कर लाभेश बनते हैं इसलिए आपके लिए इनका गोचर आपकी Income और घर,वाहन और घर के सुख पर प्रभाव डालने वाला होता है ।
शुक्र का वर्तमान गोचर आपके लिए शुभ नहीं होने जा रहा है क्योंकि धनु राशि आपके छठे भाव में पड़ती है,छठा भाव या घर शुभ घर नहीं माना जाता है । इसलिए शुक्र के इस गोचर के दौरान आप को नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे ।
पहले तो आप की Income में कमी आएगी,जो आय होगी भी या तो बीमारियों पर खर्च होगी या फिर कोर्ट,कचहरी और मुक़द्दमे बाजी में खर्च होगी । घर का महोल भी तनाव पूर्ण रह सकता है । अगर माता जी बुजुर्ग हैं तो उनकी सेहत प्रभावित हो सकती है । आप जो भी वाहन प्रयोग करते हों उसमें भी खराबी हो सकती है ।
सिंह राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र देव पंचम भाव में गोचर करने जा रहे हैं । चूंकि पंचम भाव एक शुभ स्थान है और शुक्र देव भी एक शुभ गृह हैं,एक शुभ गृह का शुभ स्थान में गोचर लाभदायक ही होता है बशर्ते आपकी कुंडली में शुक्र मजबूत स्थित में हो ।
आप को कामकाज के सिलसिले में छोटी यात्राओं पर जाना पड़ सकता है जोकि बहुत ही लाभदायक रहनेवाली हैं । गीत संगीत में आपकी रुचि बढ़ेगी जो लोग मीडिया या फिल्म लाइन से जुड़े हुए हैं उनके लिए बहुत ही लाभदायक समय है,आपको अपनी किस्मत से कोई अच्छा प्रोजेक्ट मिल सकता । आपको अपनी संतान की तरफ से कोई शुभ समाचार मिल सकता है ।
जो लोग शेयर मार्केट से जुड़े हुए हैं उनके लिए यह एक महीना लाभ कमाने वाला सिद्ध हो सकता है आप शॉर्ट टर्म Share Trading कर सकते हैं लाभ मिल सकता है ।
कन्या राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
कन्या राशि के लिए शुक्र देव धन के और भाग्य भाव के मालिक बनते हैं इसलिए शुक्र देव का गोचर हमेशा आपके जीवन पर प्रभाव डालने वाला होता है । 18 जनवरी से शुक्र देव आपके सुख भाव में गोचर करने जा रहे हैं ।
शुक्र देव का यह गोचर आपको आरामतलबी बना सकता है । इस दौरान आप ज्यादा से ज्यादा सुख सुविधाओं को बढ़ाने के बारे में सोच विचार करेंगे आप का ज्यादा समय घर और वहाँ की सुख सुविधा बढ़ाने की ओर रहेगा । आप अगर घर से बाहर हैं तो घर वापिस जाने का मौका मिलेगा । माता जी का साथ मिलेगा ।
घर या वाहन बदलने के लिए यह उत्तम समय है आप इस पर निर्णय ले सकते हैं । कुल मिलाकर शुक्र देव का यह गोचर आपके लिए लाभकारी है ।
तुला राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
वृष राशि के अलावा शुक्र देव आपकी राशि के भी स्वामी बनते हैं । इस तरह से तुला राशि वाले लोगों के लिए शुक्र देव लग्नेश बन जाते हैं । किसी के लिए भी लग्नेश का गोचर उसके ऊपर हमेशा प्रभाव डालने वाला होता है ।
शुक्र देव का यह गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा,शुक्र आप के लिए एक योगकारक गृह हैं और अगर कुंडली में पाप प्रभाव में ना हुए तो हमेशा शुभ फल देने वाले होते हैं ।
शुक्र के इस गोचर के दौरान आप रिसर्च के लिए या पढ़ाई के लिए छोटी यात्राओं पर जा सकते हैं । पैतृक स्थान पर भी जाना पड़ सकता है । अचानक से किसी से पीड़ा भी मिल सकती है खासतौर पर ससुराल पक्ष की ओर से ।
वृश्चिक राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
आप के लिए शुक्र देव अकारक गृह बनते हैं क्योंकि आपकी कुंडली में शुक्र देव बाहरवें भाव के और सप्तम भाव के स्वामी बनते हैं,बाहरवान भाव शुभ नहीं माना जाता है इस लिए यह गोचर आपके लिए सामान्य ही रहने वाला है ।
आपका दूर की यात्राओं पर खर्च हो सकता है जिसमें विदेश यात्रा भी शामिल है । यात्राएं निरर्थक, नुकसान देह साबित हो सकती हैं । इसलिए लंबी यात्राओं को टालने की सलाह दी जाती है ।
आपको स्त्री पक्ष से कुछ लाभ होने की संभावनाएं दिख रही हैं । आपके साझीदारों या फिर जीवन साथी से भी लाभ दिखाई पड़ रहा है ।
कोई भी काम करने से पहले जीवन साथी से पूछ कर करेंगे तो लाभ हो सकता है ।
धनु राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
शुक्र का गोचर आपके पहले भाव या कहें तो लगन में होने जा रहा है,आपके लिए शुक्र देव लाभ भाव और रोग भाव के स्वामी बनते हैं इसलिए आपके लिए भी शुक्र देव योगकारक नहीं हैं ।
इस गोचर के दौरान आपको मित्रों से लाभ होता दिख रहा है । सोशल सर्किल से भी लाभ की संभावनाएं बन रही हैं,जीवन में किसी नए साथी,नए मित्र का आगमन दिखाई दे रहा है जोकि आप को लाभ भी करवाएगा ।
आप को इस एक महीने शत्रुओं से सावधान रहना है वो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं । छोटी मोटी बीमारी भी घेर सकती है पेट के रोगों से सावधान रहें अगर कोई दवाई चल रही है तो समय से लेते रहें ।
मकर राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
आप के लिए शुक्र देव पंचम भाव और दसम भाव के स्वामी बनते हैं । शुक्र देव आपके लिए एक योगकारक गृह बनते हैं,शुक्र का गोचर आपके ऊपर विशेष प्रभाव डालता है,अगर गोचर शुभ स्थान पर हो रहा है तो बहुत अच्छे परिणाम सामने आते हैं ।
लेकिन इस बार का शुक्र का गोचर आपकी राशि से 12वें स्थान में होने जा रहा है इसलिए बहुत शुभ नहीं कहा जा सकता है ।
आपको शुक्र के इस गोचर के दौरान काम काज को लेकर चिंताएँ घेरे रह सकती हैं जिसके कारण आप की रात की नींदे भी गायब हो सकती हैं । इस दौरान आपके किसी से अवैध संबंध भी बन सकते हैं इसके प्रति सावधान रहें ये संबंध आपके काम के सहयोगी के साथ भी हो सकते हैं ।
जो लोग गीत संगीत या फिल्म लाइन से जुड़े हुए हैं उनके यदि विदेश में इस दौरान होते हैं तो वह बहुत लाभकारी और नाम दिलाने वाले होंगे । विदेश में ना भी हों अगर निवास स्थान से दूर भी होंगे तब भी लाभप्रद होंगे ।
कुम्भ राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
कुम्भ राशि के लिए शुक्र देव सुखेश और भागयेश बनते हैं आपके जीवन का सुख और भाग्य सब शुक्र देव के हाथ है इसलिए कुम्भ राशि वालों को पूरी जीवन किसी भी स्त्री का अपमान नहीं करना चाहिए अगर आप अपमान करेंगे तो आप का भाग्य बिगड़ेगा ।
शुक्र का यह गोचर आपके लाभ भाव में होने जा रहा है । आपके भागयेश का लाभ भाव में आना बहुत लाभकारी होने जा रहा है । आपका अगर घर के किसी सौदे के बात चल रही थी तो वह सौदा पट सकता है । आपको जमीन जायदाद से आमदनी हो सकती है ।
पिता से अगर संबंध खराब चल रहे थे तो वह भी सुधार जाएँगे यहाँ तक कि उनसे आर्थिक लाभ की भी संभावनाएं दिख रही हैं ।
आपको कहीं से भी मिले लेकिन किस्मत से लाभ मिलना निश्चित है ।
मीन राशि पर शुक्र गोचर प्रभाव :
मीन राशि वालों के लिए शुक्र देव तीसरे और आठवें भाव के स्वामी बनते हैं इसलिए आपके लिए शुक्र एक योगकारक गृह नहीं हैं इसलिए भी अगर कभी भी जब आपकी कुंडली में शुक्र गृह प्रभावी हो तो आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए विशेष तौर पर जब शुक्र की दशा या महादशा चल रही हो ।
शुक्र का यह गोचर आपके काम काज के घर में हो रहा है इसलिए इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में अचानक से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है । अचानक से आपको अनचाही यात्राएं करनी पड़ सकती हैं । अगर कुंडली में शुक्र कमजोर हुए तो इस दौरान आप को कार्यक्षेत्र में अपमान का भी सामना करना पड़ सकता है । स्त्री सहयोगियों से विशेष सावधानी बरतें ।