मनोकामना कैसे पूरी करें ? Ways To Fulfill The Desire: करें 1 अचूक उपाय

मनोकामना कैसे पूरी करें ? हर व्यक्ति के मन में कोई न कोई मनोकामना होती है,कोई ना कोई दबी हुई इच्छा जरूर होती है । यह दबी हुई इच्छा या मनोकामना जल्दी से आसानी से पूरी नहीं होती जिसका कारण आपके प्रारब्ध से जुड़ा होता है । प्रारब्ध का लिखा केवल संत कृपा से या ईश्वर के आशीर्वाद से ही बदला जा सकता है ।

नमस्कार,राम राम !!! मैं पंडित योगेश वत्स सभी सनातनी भाई बहनों का अपने ब्लॉग में स्वागत करता हूँ । जिन भी भाई बहनो को वैदिक ज्योतिष,धर्म अध्यात्म में रुचि है,जो नियमित इस पर लेख पढ़ना चाहते हैं वो पेज के Subscription Bell को दबा कर Notification को Allow कर सकते हैं ।

लेख अगर पसंद आए तो पढ़ने के बाद Like कर सकते हैं Share कर सकते हैं Star Rating भी दे सकते हैं ।

जो भी सनातनी भाई बहन पेज के प्रचार प्रसार हेतु आर्थिक सहयोग या दान करना चाहे वो यहाँ Click कर अंश दान वाले पेज पर जा सकते हैं वहाँ से आप सहयोग कर सकते हैं ।

आज मैं इस लेख में मनोकामना पूर्ति या इच्छा पूर्ति के लिए एक उपाय बताऊंगा,लेकिन उससे पहले यह स्पष्ट करना चाहूँगा कि यह उपाय कोई टोना टोटका नहीं होगा यह एक रामायण का अचूक उपाय है जिसमें आपकी भक्ति और आपका विश्वास बहुत आवश्यक है । जो भी जातक कोई टोने टोटके से जल्दी मनोकामना पूर्ति करना चाहते हैं, वो लेख से निराश हो सकते हैं इसलिए वो राम राम कह कर किसी दूसरे लेख पर जा सकते हैं ।

मनोकामना पूरी होने के संकेत : मनोकामना पूरी क्यों नहीं होती ? ज्योतिषीय कारण

हर किसी की कुंडली में 12 भावों में से एक भाव इच्छा पूर्ति या मनोकामना पूर्ति का होता है । वह भाव आप का कितना मजबूत है,कितना शुद्ध है,उसमें कौन से गृह बैठे हैं,कौन से गृह आपके उस भाव को देख रहे हैं उनकी दृष्टि, मित्र दृष्टि है या शत्रु दृष्टि । जो गृह वहाँ बैठे हैं वह आपके लिए योग कारक हैं या अकारक, यह सब गृह आपकी मनोकामना के बारे में संकेत देते हैं ।

इच्छा पूर्ति का भाव होता है कुंडली का 11वां भाव यही भाव संकेत देता है आपकी इच्छाओं का, आपकी मनोकामनाओं का । 11 वां भाव ठीक 10वें भाव के बाद आता है, 10वां भाव ज्योतिष ग्रन्थों में कर्म का बताया गया है । आपके कर्म ही आपकी इच्छा पूर्ति के कारण बनते हैं इसको ज्योतिष ग्रंथ भी प्रमाणित करते हैं ।

इसीलिए यह उपाय भी आपके कर्म और धर्म से जुड़ा हुआ है जिससे यह उपाय मनोकामना पूर्ति के लिए 1 अचूक उपाय बनता है । अगर आप पूरे विश्वास के साथ यह उपाय करते हैं तो निश्चित आप की मनोकामना की पूर्ति होगी ।

मनोकामना कैसे पूरी करें ?

अब ज्यादा विलंब ना करते हुए मनोकामना कैसे पूरी करें का उपाय बताता हूँ । जैसा मैंने ऊपर भी बताया और शीर्षक में भी बताया कि यह उपाय रामायण से जुड़ा हुआ है । आपकी मनोकामना काफी समय से पूरी नहीं हो रही है तभी आप इस लेख पर आए हैं । आप ये मान के चलें आपकी इच्छा पूर्ति में निश्चित रूप से कोई ना कोई गृह बाधक है हो सकता है कई गृह बाधक बन रहे हैं और यह गृह आपके प्रारब्ध के कारण इस तरह का  फल देने के लिए बाध्य हैं ।

इन्ही दोषों को दूर करने के लिए यह उपाय है ।

आपको यह उपाय पूर्णिमा के दिन से प्रारम्भ करना है,किसी भी पूर्णिमा से आप को रामायण का पाठ प्रारम्भ करना है,यह पाठ आप को भोले बाबा या हनुमान जी को श्रद्धा पूर्वक सुनाना है । आपको प्रतिदिन कम से कम 5 और ज्यादा से ज्यादा 10 दोहों का पाठ प्रतिदिन सुबह करना है । पाठ और उपाय की विधि नीचे दी है जो आसान सी है और सभी जातक इसे कर सकते हैं ।

मनोकामना कैसे पूरी करें : उपाय की विधि

किसी भी पूर्णिमा को सुबह दैनिक क्रिया और स्नान के बाद अपनी दैनिक पूजा करने के पश्चात भोले बाबा के सामने घी का दीपक जलाये अगर हनुमान जी को कथा सुनानी है तो उनके सामने चमेली के तेल का दिया जला कर रखें बाती के लिए आप कलावे के सूत या उसके धागे का उपयोग कर सकते हैं । उसके बाद अपने इष्ट देव का ध्यान कर उनको कथा सुनने के लिए आमंत्रित करें और रामायण को चौकी पर रख हाथ में जल लेकर अपने ईष्ट के सामने दोहों का संकल्प लें जितने भी दोहे आप प्रतिदिन अर्थ सहित पढ़ना चाहते हैं ।

प्रत्येक दोहे,सोरठा या छंद के पहले और बाद में आपको संपुट लगाना है । संपुट उस रामायण की चौपाई को कहते हैं जो चौपाई आप प्रत्येक छंद,दोहा,या सोरठा के पहले और बाद में पढ़ते हैं । यह चौपाई आप लिख कर सामने रख सकते हैं बाद में यह अपने आप आपको याद हो जाएगी । अब मैं आपको रामायण की वह चौपाई बताता हूँ जो आपकी मनोकामना की पूर्ति के लिए प्रमुख है ।

मनोकामना पूर्ति के लिए रामायण चौपाई (संपुट) : बालकांड रामायण चौपाई :
मनोकामना कैसे पूरी करें
मनोकामना कैसे पूरी करें

सो तुम्ह जानहु अंतरजामी। पुरवहु मोर मनोरथ स्वामी॥

इस चौपाई का संपुट लगाकर आप को रामायण का पूरा पाठ करना है भले आप की मनोकामना बीच में ही पूरी हो जाये । यह ध्यान रहे आप को हनुमान जी या भोले बाबा को इस भाव से कथा सुनानी है जैसे वह आपके सामने बैठ कथा सुन रहे हैं । आप विश्वास मानें कई बार रामायण पाठ के बीच आपकी आँखें गीली होंगी । जब आप की आँखें गीली होने लगें तब समझ लेना आपके ईष्ट आपकी कथा सुन रहे हैं और आपके पाप धूल रहे हैं और आप की जीवन में राम आ गए हैं वह आपको सुख समृद्धि देने आए हैं ।

मनोकामना कैसे पूरी करें : निष्कर्ष और सार

आप के रामायण पाठ पूरा होते होते आप की मनोकामना अवश्य पूरी हो जाएगी । मैं फिर कह रहा हूँ बिना संत कृपा या ईश्वर अनुकंपा के बिना आपकी मनोकामना पूरी नहीं हो सकती । कोई टोना टुटका या शॉर्ट कट आप का उपाय नहीं हो सकता । इस उपाय से आपको हनुमान जी और भगवान राम और शिव की अनुकंपा प्राप्त होगी और ग्रहों की शांति होगी ।

चलते चलते अपनी बात ;

आप सभी सनातनी भाई बहनो से अनुरोध है कि अगर लेख पसंद आया हो तो लेख को लाइक करें अपने इष्ट मित्रों और मिलने जुलने वालों को शेयर करें ।

अगर आप को ऐसे ही आध्यात्मिक और ज्योतिष के लेखों से जुड़े रहना चाहते हैं तो आप हमारे Whatsapp Chanel या Telegram Chanel से जुड़ सकते हैं जिस से आप को समय से लेखों की सूचना मिल सके और अगर कोई शंका या सवाल भी हो तो आप वहाँ पूछ सकते हैं ।

आप निम्न लेख भी पसंद कर सकते हैं :

 

 

 

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top