सूर्य को जल देते समय भूल कर भी ना करें ये 5 गलतियाँ

सूर्य यश,सम्मान,शोहरत,सरकारी नौकरी,और राज्य सत्ता दिलवाने वाला गृह है । जिनका सूर्य शुभ और मजबूत होता है उनको यह सब चीजें आसानी से मिल जाती हैं ।  

बहुत सारे लोग सूर्य को मजबूत कर शुभ फल लेने के लिए सुबह सूर्य को अर्घ्य देते हैं,अर्घ्य देते समय किन चीजों का ध्यान रखना अति आवश्यक है आइये जानते हैं ।  

सूर्य को कभी भी स्टील के लोटे से जल नहीं देना चाहिए क्योंकि स्टील में लोहा होता है । लोहा शनि देव का प्रतिनिधित्व करता है । शनि गृह और सूर्य गृह में शत्रुता है इसलिए तांबे के बर्तन का प्रयोग करें ।  

 सूर्य को कभी भी खाली जल नहीं देना चाहिए । जल के पात्र में,रोली,लाल पुष्प,चावल,मिश्री में से जो भी वस्तुएँ उपलब्ध हों उनके साथ ही जल देना चाहिए ।  

जल देते समय यह ध्यान रखें कि जल जमीन पर नहीं गिरे क्योंकि जमीन पर पैर पड़ते हैं । जल देते समय नीचे कोई थाली या गमले को रखें जिस से जल उस में गिरे ।  

सूर्य को सूर्योदय के समय ही जल देना चाहिए जब सूर्य अपने स्वाभाविक लाल रंग में होता है । जब सूर्य तेज हो जाये उस समय जल देने से शुभ फल नहीं मिलते ।  

किसी भी हालत मे काले,नीले और स्लेटी रंग के कपड़े पहन कर जल नहीं देना चाहिए क्योंकि ये रंग राहू और शनि का प्रतिनिधित्व करते हैं । 

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